प्रधानमंत्री बोले, श्रमिकों के रेस्क्यू आपरेशन में टीम वर्क की मिसाल कायम की
बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम किया पीएम ने
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 17 दिन से सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन में सभी ने टीम वर्क की एक मिशाल कायम की है। सभी ने श्रमिकों के जज्बे को भी सराहा और इस आपरेशन की सफलता के लिए सभी को बधाई दी। मुख्यमंत्री धामी, मंत्री नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपरेशन पर दिन रात नजर रखने के लिए पीएम का भी आभार जताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। पीएम ने कहा कि मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि श्रमिकों के अस्पताल में इलाज और घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी। धामी ने कहा कि सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में इलाज पर होने वाला खर्चा सरकार उठाएगी। इनके अलावा परिजनों और श्रमिकों के खाने, रहने की भी व्यवस्था सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के स्वस्थ होने पर सरकार की तरफ से एक एक लाख रुपये के चेक बतौर आर्थिक सहायता के रूप में दिए जाएंगे।
केंद्रीय सड़क,यातायात और भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं पूरी तरह से राहत महसूस कर रहा हूं और खुश हूं क्योंकि सिल्कयारा टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया है। यह कई एजेंसियों द्वारा किया गया एक समन्वित प्रयास था, जो हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण बचाव अभियानों में से एक था। अनेक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद विभिन्न विभाग और एजेंसियां एक-दूसरे के पूरक बने। मैं इस बचाव अभियान में शामिल प्रत्येक एजेंसी और व्यक्ति का आभार व्यक्त करता हूं। बेहद कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में फँसे इन सभी मज़दूरों को सुरक्षित निकालने में सबसे बड़ा योगदान राहत एवं बचाव कार्य में लगी सभी एजेंसियों जैसे एनडीआरएफ़, एसडीआरएफ़, उत्तराखण्ड पुलिस तथा भारतीय सेना का है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री @narendramodi स्वयं इस ऑपरेशन की नियमित जानकारी लेते रहे और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami ने मौक़े पर मौजूद रहकर इस बचाव कार्य की प्रगति पर निगाह बनाए रखी। मैं प्रधानमंत्री मोदीजी, मुख्यमंत्री धामीजी, केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari और @Gen_VKSingh जी की भूमिका और उनकी संवेदनशीलता की भी भरपूर सराहना करता हूँ।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बाबा बौखनाग की कृपा दृष्टि, रेस्क्यू ऑपरेशन में रात दिन लगी तमाम एजेंसियां और देश दुनिया से करोड़ों लोगों की दुवाओं के चलते सिलक्यारा टनल में फंसे हमारे श्रमिक भाई जिंदगी की जंग जीत पाए। बड़ा ही भावुक क्षण भी है, लेकिन मैं नमन करूंगा अपने श्रमिक भाइयों को जिन्होंने धैर्य बनाए रखा और सैल्यूट करूंगा अपनी रेस्क्यू ऑपरेशन की तमाम एजेंसियों को, सेना के जवानों को, विशेषज्ञों को जिन्होंने विश्वास कायम रखा। मैं विशेष रूप से धन्यवाद प्रकट करना चाहूंगा अपने आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का जिन्होंने अपने श्रमिकों की विशेष चिंता करते हुए विदेश से भी अत्याधुनिक तकनीक से लैस मशीनों एवं विशेषज्ञों के साथ ही सेना के हमारे जवानों और उच्च अधिकारियों, विशेषज्ञों को इस जंग को जीतने के लिए भेजा।
मुख्यमंत्री ने कहा जल्द बनेगा भगवान बौखनाग का भव्य मंदिर
सिलक्यारा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं की कृपा से ऑपरेशन सफल हुआ है। कहा कि बौखनाग देवता का सिलक्यारा में भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल आये हैं। कहा कि ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग के मंदिर बनाने की मांग उठाई है। इस मांग को सरकार पूरा करेगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि, जल्द मंदिर निर्माण की कार्रवाई शुरू कर दी जाए।