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मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड के विनिवेश प्रस्ताव पर तत्काल रोक लगायें

उत्तराखण्ड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा

देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री करन माहरा ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर जनपद अल्मोड़ा के मोहान स्थित इन्डियन मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड संस्थान (आई0एम0पी0सी0एल0) के विनिवेश के प्रस्ताव पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मोहान, जिला अल्मोड़ा स्थित भारत सरकार के उपक्रम प्रतिष्ठान इन्डियन मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड (आई0एम0पी0सी0एल0) की ओर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित किया है। कहा कि विनेश मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयुष मंत्रालय के अधीन शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधियों के एकमात्र निर्माता प्रतिष्ठान इन्डियन मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड (आई0एम0पी0सी0एल0) का विनिवेश करते हुए निरंतर लाभ अर्जित करने वाले इस संस्थान को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है। जो किसी भी परिस्थिति में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता है।

श्री करन माहरा ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि इन्डियन मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड की स्थापना का मुख्य उद्देश्य हिमालयी क्षेत्र के पर्वतीय राज्य का विकास करने के साथ ही स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देने तथा पर्वतीय क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली जडी-बूटियों का उपयोग कर उच्च कोटि की आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधियों का निर्माण करना है।

यही नहीं निगम अपने स्थापना काल से भारत सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में निरंतर लाभ अर्जित करते हुए उच्च कोटि की आयुर्वेदिक एवं यूनानी दवाओं का उत्पादन कर रहा है। निगम द्वारा उत्पादित औषधियों की देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी काफी मात्रा में आपूर्ति की जा रही है जिससे भारत सरकार को करोड़ों रूपये का राजस्व प्राप्त हो रहा है।

प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इन्डियन मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड संस्थान को लगभग 40 एकड सरकारी भूमि लीज पर दी गई थी। यदि निगम का विनिवेश होता है तो खरीददार द्वारा इस भूमि को आयुर्वेदिक औषधि निर्माण के स्थान पर अन्य व्यवसायों में इस्तेमाल किये जाने की संभावना है जिससे इस संस्थान पर रोजगार के लिए आश्रित लोग पलायन को मजबूर होंगे।

चूंकि उक्त भूमि विश्व विख्यात जिम कार्बेट नेशनल पार्क की सीमा से लगी हुई है जिससे खरीददार को व्यक्तिगत लाभ तो होगा परन्तु स्थानीय लोगों के रोजगार एवं वन्य क्षेत्र को भारी नुकसान होने की संभावना है।

श्री करन माहरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है कि जनपद अल्मोड़ा के मोहान स्थित इन्डियन मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड संस्थान (आई0एम0पी0सी0एल0) के विनिवेश के प्रस्ताव पर तत्काल रोक लगाते हुए इसे निरस्त किया जाय।

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