उत्तरकाशीउत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसाउत्तराखंड

मुख्यमंत्री ने टनल में फंसे श्रमिकों से बातचीत कर उनका हाल जाना

बौख नाग देवता से की श्रमिकों की सकुशल बाहर निकलने की प्रार्थना

उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में टनल हादसे के आज 12 वे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा पहुंचकर सुरंग के मुहाने पर स्थापित किए गए बौख नाग देवता के मंदिर में शीश नवाया और श्रमिकों के सकुशल बाहर आने के लिए प्रार्थना की। उन्होंने टनल में फंसे गब्बर सिंह नेगी और सबा अहमद से बात कर उनका कुशलक्षेम जाना। उन्हें तेजी से चल रहे रेस्क्यू आपरेशन के बारे में भी जानकारी दी। दोनोें श्रमिकों ने मुख्यमंत्री को सभी श्रमिकों के स्वस्थ और सुरक्षित होने की जानकारी भी दी।

इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर मुख्यमंत्री धामी से रेस्क्यू आपरेशन की जानकारी मांगी। धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री को केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों व प्रदेश प्रशासन के परस्पर समन्वय से युद्ध स्तर पर संचालित राहत और बचाव कार्यों में हो रही प्रगति से अवगत कराया।

प्रधानमंत्री को मौके पर श्रमिकों के उपचार, देखभाल के लिए चिकित्सकों की टीम, एम्बुलेंस, हेली सेवा व अस्थायी हास्पिटल की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के बारे में बताया। किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में एम्स ऋषिकेश में चिकित्सकों को तैयार रहने के निर्देश दिए जाने की जानकारी भी दी। श्रमिक बधुओं व उनके परिजनों से हो रही बातचीत व उनकी कुशलता की भी जानकारी की।

बता दें कि टनल में फंसे 41 मजदूर बाहर निकालने के लिए देश-विदेश से मशीनों को एयरलिफ्ट कर लाया गया है। साथ ही टनल विशेषज्ञों की देखरेख में वहां रेस्क्यू कार्य हो रहा है। रात ड्रिलिंग का कार्य जारी है। रेस्क्यू अभियान अब अंतिम चरण में है। कुछ ही घंटो में सिलक्यारा रेस्क्यू पर बड़ी अपडेट आने की संभावना है। चिन्यालीसौड़ हॉस्पिटल में डॉक्टर्स को अलर्ट मोड में रखा गया है।

रेस्क्यू अभियान के लिए बनाई जारी एस्केप टनल श्रमिकों तक पहुंचने में कुछ ही घंटे हैं। श्रमिकों को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाने के लिए 25 एंबुलेंस पहुंच चुकी है। अग्रिम आदेशों तक उत्तरकाशी जनपद में सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। जो चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी छुट्टी पर थे, उनकी छुट्टी रद्द करते हुए उन्हें तत्काल ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं। स्वास्थ्य रिपोर्ट के आधार पर ही श्रमिकों को अस्थायी अस्पताल सिलक्यारा, जिला अस्पताल या फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट भेजा जाएगा। श्रमिकों की स्थिति गंभीर होने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश भेजने के लिए भी तैयारी है।

इस दौरान वहां पिछले कई दिनों से रेस्क्यू आपरेशन की निगरानी कर रहे केंद्रीय सड़क, परिवहन और नागर विमानन राज्यमंत्री वीके सिंह भी मौजूद रहे।

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