प्रधानमंत्री ने पूछा, रेस्क्यू कार्य में क्या आ रही बड़ी अड़चन
टनल में फंसी 41 जिंदगियों को निकालने के रात-दिन चल रहा रेस्क्यू
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन कर उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल में फँसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि रेस्क्यू कार्य में बड़ी बाधा क्या आ रही है। जिसकी वजह से 8 दिन बाद भी श्रमिकों को नहीं निकाला जा सका है। उन्होंने श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हर विकल्प और एक्सपर्ट के सुझावों पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक बचाव उपकरण व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने उम्मीद की कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियां परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। टनल में फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं और ऑक्सीजन, पौष्टिक भोजन और पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। राहत और बचाव कार्यों के लिए एक्सपर्ट्स की राय लेकर एजेंसियां काम कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया और बचाव कार्यों पर लगातार नजर रखे हैं। मेडिकल की टीम भी वहाँ पर तैनात कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें जल्द बाहर निकलने की पूरी कोशिश की जा रही है। अब तक प्रधानमंत्री तीन बार मुख्यमंत्री से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। पीएमओ की टीम भी मौके का निरीक्षण कर चुकी और लगातार स्थिति पर नज़र बनाये हुए है और समन्वय का कार्य कर रही है। केंद्रीय सड़क, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी रविवार को पूरे दिन सिलक्यारा में रेस्क्यू कार्य में जुटे अधिकारियों से सभी विकल्पों पर चर्चा की और सभी सुझावों पर कार्य करने के लिए कहा।