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गैंग के बिहार स्थित पर कंट्रोल हाउस और अन्य प्रदेशों में ताबड़तोड़ रेड , पुलिस अभियुक्तों के नजदीक पहुंची

रिलायंस ज्वैलरी लूटः पुलिस को रेड में घटना में शामिल अभियुक्तों के महत्वपूर्ण सबूत मिले

गैंग के सदस्य olx से खरीदते है ज्यादातर घटना करने के लिए गाड़ियां

ज्यादातर घटनाओं में करते हैं पोर्टेबल सिग्नल जैमर का इस्तेमाल

 अभियुक्तों को फंडिंग करने वाला संदिग्ध शातिर और  षड्यंत्र में शामिल सहित दो  अभियुक्त गिरफ्तार,

अन्य अभियुक्तों सहित कई दून पुलिस के रडार पर, बिहार में पूछताछ जारी

अलग अलग टीमों की मध्यप्रदेश,बिहार में ताबड़तोड़ दबिश जारी

देहरादून। रिलायंस शोरूम घटना में पुलिस को बिहार समेत अन्य राज्यों में गैंग के ठिकानों पर ताबड़तोड़ रेड में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। बिहार स्थित गैंग के कंट्रोल हाउस में रेड की गई। कटनी तथा लातूर, सांगली में भी हुई इसी प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिए जाने की जानकारी  दून पुलिस को मिली है। यह गैंग बेहद शातिराना तरीके से घटनाओं का अंजाम देता है।

यह गैंग घटना करने के दौरान पोर्टेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल करता है। जिससे मौके पर कोई सेंसर ट्रिगर ना हो पाए और ना ही कोई फोन कॉल हो पाए। कटनी(मध्य प्रदेश)तथा सांगली (वेस्ट बंगाल) की घटनाओं में भी अभियुक्तों द्वारा पोर्टेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल किया जाने की जानकारी मिली है।

यह भी जानकारी मिली कि अभियुक्तों द्वारा घटनाओं को अंजाम देने के लिए या तो चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता था या फर्जी आईडी पर OLX से गाड़ियां खरीद कर उन गाड़ियों से घटनाओं का अंजाम दिया जाता था। देहरादून में हुई घटना में अभियुक्तों द्वारा चोरी की वाहनों का इस्तेमाल किया गया था जबकि लातूर व कटनी में अभियुक्तो द्वारा OLX के माध्यम से फर्जी आई0डी0 पर गाड़ियां खरीदी गई थी।

घटनाओं के दौरान आपस में संपर्क करने के लिए अभियुक्तों द्वारा पश्चिम बंगाल तथा बिहार की फर्जी आई0डी0 पर सिम ख़रीदे जाते थे, जिन्हें घटना करने के बाद नष्ट कर दिया जाता था। बिहार के वैशाली में दून पुलिस को अभियुक्तों के (operational secret hideout हाउस) के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। जिसे गैंग द्वारा( hideout control) के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।

देहरादून घटना में शामिल अभियुक्तों द्वारा भी यही से कंट्रोल किया जा रहा था। घटना को अंजाम देने से पूर्व अभियुक्त उक्त स्थान पर एकत्रित हुए थे। यहीं से अपने टास्क के लिए रवाना होते थे। टास्क पूरा करने के उपरांत अभियुक्त पुनः उसी पूर्व निर्धारित कंट्रोल हाईड आउट हाउस में ही मिलते थे तथा उसके बाद आगे की रणनीति तय करते थे।

पुलिस द्वारा वैशाली में उक्त हाईड आउट हाउस में दबिश देकर देहरादून की घटना में शामिल अभियुक्तों के महत्वपूर्ण साक्ष्यों को बरामद किया गया है। इसी सीक्रेट हाइड आउट हाउस में टास्क देने के साथ-साथ गैंग के सदस्यों को हथियार, पैसे व गाड़ियों की जानकारी व सिमकार्ड और मोबाइल, कपड़े सभी सामान उपलब्ध कराया जाता था।

इसके अतिरिक्त किसी घटना के समय अभियुक्तो को की जाने वाली फंडिंग के संबंध में भी पुलिस टीम को काफी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं जिससे यह जानकारी प्राप्त हुई है की गैंग सरगना द्वारा जेल के अंदर से ही अभियुक्त को घटना के दौरान पैसे ट्रांसफर करवाए जाते थे।

देहरादून में घटित घटना से पूर्व भी घटना में शामिल अभियुक्तो के खातों में पैसों का ट्रांजैक्शन होना पाया गया है। अभियुक्तों द्वारा हरिद्वार के गेस्ट हाउस में रुकने के दौरान जो कपड़े घटना के दौरान पहने गए थे, वह कपड़े हरिद्वार से जाकर नजीबाबाद के एक स्टोर से खरीदे जाने की जानकारी मिली है।

अंबाला में गिरफ्तार अभियुक्त रोहित से भी मिले महत्वपूर्ण इनपुट

नजीबाबाद से भी पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों के विरुद्ध ठोस सबूत मिले हैं। अंबाला में गिरफ्तार अभियुक्त रोहित जो वेस्ट बंगाल की घटना में शामिल अभियुक्तों को फंडिंग कर रहा था, वही कनेक्शन बिहार में दून पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त अमृत के मोबाइल से बरामद हुआ है। साथ ही विशाल कुमार को भी लॉजिस्टिक मुहैया कराने और घटना के साक्ष्य जैसे अभियुक्त द्वारा घटना के दौरान पहने कपड़े, टोपी आदि के साथ षड्यंत्र में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त विशाल गैंग के सदस्यों को वर्चुअल फोन प्रोवाइड करवाता था जिससे गैंग के सदस्यों का लोकेशन ट्रेस करना काफी मुश्किल था।

8 सितंबर.23  को यमुनानगर ज्वेलरी शॉप पर पांच बदमाशों ने हथियारों के बल पर शॉप लूटने की कोशिश की थी। पर दुकान वालों की समझदारी से घटना करने में नाकाम रहे। चार बदमाश भाग गए व एक बदमाश पवन को दुकानदारों ने हथियार सहित पकड़कर पुलिस के हवाले किया। उसने पूछताछ पर बताया कि उनका गैंग दो माह पहले से यमुनानगर के पास मकान किराए पर लेकर रह रहा था 8 सितंबर, 23 को यमुनानगर में उन्होंने पूर्व से योजना के तहत लूट का प्रयास किया परंतु पकड़े गए। अभियुक्तगण 3 मोटरसाइकिल में आए थे। 4 बदमाश 2 मोटरसाइकिल लेकर भाग गए। गिरफ्तार अभियुक्त पवन ने बताया  की सुबोध गैंग के सक्रिय सदस्य ही देहरादून में घटना करने आये थे, जिनके बारे में पूछताछ में अहम सुराग दून पुलिस को मिले है। अभी तक उपरोक्त प्रकरण में बिहार में दून पुलिस द्वारा दो लोग को गिरफ्तार किया गया है जिनका ट्रांजिट रिमांड न्यायालय से लिया जायेगा

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