टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए देश-विदेश की कंपनियों से संपर्क
4 दिन से टनल में फंसे हैं कई राज्यों के मजदूर, सीएम लगातार ले रहे हैं अपडेट
उत्तरकाशी। सिल्क्यारा पोलगांव निर्माणाधीन रोड टनल में फंसे कई राज्यों के 40 मजदूरों को निकालने के लिए अब देश-विदेश की टनल विशेषज्ञों से परामर्श लेकर कार्य करने की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार कार्यक्रमों में शामिल होने के बावजूद रेस्क्यू टीम के संपर्क में हैं।
नॉर्वे और थाईलैंड की विशेष टीमों की मदद से टनल में फंसे मजदूरों को निकालने की कोशिश की जा रही है। साथ ही रेस्क्यू टीम ने थाईलैंड की उस रेस्क्यू कंपनी से संपर्क किया है जिसने थाईलैंड की गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकाला था।
रेस्क्यू कार्य में जुटे अधिकारियों का कहना है कि एयरफोर्स के तीन विशेष विमान 25 टन भारी मशीन लेकर के आ रहे हैं। जो मलबे को भेद कर स्टील पाइप दूसरी तरफ पहुंचने में मददगार साबित होगी। इस मशीन के जरिए प्रति घंटे 5 मीटर मलबा निकला जा सकेगा। आज शाम से इस मशीन के जरिए काम शुरू करने की कोशिश की जाएगी। नॉर्वे की एन जी आई एजेंसी से भी संपर्क किया गया है जिससे सुरंग के भीतर ऑपरेशन में विशेष सुझाव लिए जा सके।
भारतीय रेल, आर वी एन एल, राइट्स एवं इरकॉन के विशेषज्ञों से भी सुरंग के भीतर ऑपरेशन से संबंधित सुझाव लिए जा रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार्यक्रमों के बीच सिलक्यारा में चल रही है रेस्क्यू ऑपरेशन के पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। धामी रेस्क्यू ऑपरेशन पर वर्चुअल माध्यम से निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने युद्ध स्तर पर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए संबंधित अधिकारियों एवं राहत एवं बचाव एजेंसियों का हौसला बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कमिश्नर गढ़वाल, आईजी गढ़वाल एवं राहत एवं बचाव में लगी एजेंसियों से सिलक्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन तथा टनल में फंसे श्रमिकों की कुशलक्षेम की पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। बुधवार को एक कार्यक्रम में इंदौर, मध्य प्रदेश में होने के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कमिश्नर गढ़वाल तथा आईजी गढ़वाल से निरंतर संपर्क में हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज हमारे समक्ष बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है जिसका सामना हमें पूरी हिम्मत, हौसले और धैर्य से सफलतापूर्वक करना है | राज्य सरकार, प्रशासन के साथ ही केंद्रीय एजेंसियों एवं केंद्र सरकार का हमें इसमें पूरा सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार एवं केंद्रीय गृह मंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री जी ने स्वयं घटना एवं राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली है |