देहरादून। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी की पुस्तक “ह्वाई डिडनॉट यू कम सूनर” (Why Didn’t You Come Sooner?) का विमोचन 27 अक्टूबर 2023 को देहरादून में आयोजित देहरादून लिट्रेचर फेस्टिवल में किया जाएगा। पुस्तक का विमोचन प्रसिद्ध बाल साहित्यकार रस्किन बांड करेंगे। इस अवसर पर रस्किन बांड, कैलाश सत्यार्थी से उनकी रचनाधर्मिता और साहित्य सृजन पर बातचीत भी करेंगे।
बच्चों के अधिकारों के लिए वैश्विक संघर्ष करने वाले कैलाश सत्यार्थी लेखक और कवि भी हैं। उनकी एक कविता संग्रह “चलो हवाओं का रुख मोड़े” सहित करीब आधा दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। हाल ही में बच्चों की सच्ची घटनाओं पर आधारित उनकी पुस्तक “तुम पहले क्यों नहीं आए” प्रकाशित हुई थी। “ह्वाई डिडनॉट यू कम सूनर” (Why Didn’t You Come Sooner?) इसका अंग्रेजी संस्करण है।
इस पुस्तक में 12 ऐसी सच्ची कहानियां हैं जिनमें बच्चों की दासता और उत्पीड़न के अलग अलग प्रकारों और विभिन्न इलाकों तथा काम धंधों में होने वाले शोषण के तौर तरीकों को समझा जा सकता है। जैसे पत्थर व अभ्रक की खदानें, ईंट भट्टे, कालीन कारखानें, सर्कस, खेतिहर मजदूरी, जबरिया भीखमंगी, बाल विवाह, ट्रैफिकिंग, यौन उत्पीड़न, घरेलू बाल मजदूरी और नरबलि आदि। हमारे समाज के अंधेरे कोनों पर रोशनी डालती पुस्तक की ये कहानियां एक तरफ हमें उन खतरों से आगाह करती हैं, जिनसे भारत समेत दुनियाभर में लाखों बच्चे आज भी जूझ रहे हैं। दूसरी तरफ धूल से उठे फूलों की ये कहानियां यह भी बतलाती हैं कि हमारी एक छोटी सी सकारात्मक पहल भी बच्चों को गुमनामी से बाहर निकालने में कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है। पुस्तक के सभी पात्र शोषण के शिकार रहे हैं। लेकिन कैलाश सत्यार्थी ने उन्हें शोषण से मुक्त कर उन्हें प्यार और सम्मान के साथ एक बेतरीन जीवन और भविष्य दिया। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता की कलम से निकली ये कहानियां पाठकों को और अधिक मानवीय बनाती हैं और ज्यादा जिम्मेदार भी।